PAK Vs ENG- पाकिस्तान को पाटा विकेट पर रौंद कर कप्तान बेन स्टोक्स बोले- इंग्लैंड की सबसे बड़ी विदेशी जीतों में से एक

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने रावलपिंडी टेस्ट में बिल्कुल पाटा विकेट देकर संभवत: मैच ड्रॉ की रणनीति बनाई थी. लेकिन इंग्लैंड ने नए तरह की अपनी आक्रामक शैली में उसे 74 रन से मात देकर 1-0 की बढ़त बना ली.
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट में मिली जीत को अपनी टीम की सबसे बड़ी विदेशी जीतों में से एक बताते हुए कहा है कि उनकी टीम उपमहाद्वीप में नीरस और बोरिंग क्रिकेट खेलने नहीं आई है. स्टोक्स ने कहा कि टीम का लक्ष्य रोमांचक क्रिकेट खेलना है. इंग्लैंड ने बाबर आजम की टीम को टेस्ट के पांचवें दिन 74 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है.
स्टोक्स ने कहा, ‘हमारी यहां ड्रॉ खेलने की कोई मंशा नहीं है. हम पाकिस्तान में रोमांचक क्रिकेट को आगे बढ़ाने के मकसद से आए हैं और हमारी टीम इस उद्देश्य में सफल रही है.’
यह पहला ऐसा टेस्ट मैच है जो दोनों टीमों द्वारा पहली पारी में 550 से अधिक रन बनाने के बावजूद नतीजे तक पहुंचा है. इससे पहले 15 बार दोनों टीमों ने अपनी पहली पारी में 550 से अधिक रन बनाए हैं लेकिन वह सभी मैच ड्रॉ रहे. 1768 कुल रनों का टोटल रिजल्ट पर पहुंचने वाले किसी भी टेस्ट मैच के लिए सर्वाधिक स्कोर है. इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एडिलेड में खेले गए 1921 के टेस्ट के नाम था जहां कुल 1753 रन बने थे.
847 रन बनाने के बावजूद पाकिस्तान को इस टेस्ट मैच में हार मिली. यह मैच हारने वाली किसी भी टीम द्वारा बनाए गए दूसरे सर्वाधिक कुल रन हैं. इंग्लैंड ने 1948 के लीड्स टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध मिली हार में कुल 861 रन बनाए थे. इसके अलावा पाकिस्तान द्वारा पहली पारी में बनाए गए 579 रन टेस्ट मैच में हारने वाली किसी भी टीम द्वारा खड़ा किया गया तीसरा सर्वोच्च स्कोर है.
691 का अंतर था पाकिस्तान (1512) और इंग्लैंड (821) द्वारा खेली गई गेंदों की संख्या के बीच. यह टेस्ट मैच में हारने और जीतने वाली टीमों के बीच खेली गई गेंदों में छठा सबसे बड़ा अंतर बन गया है. रिकॉर्ड अंतर 910 गेंदों का है, जो 1965 के दिल्ली टेस्ट में बना था. इस मैच में न्यूजीलैंड ने (1647) जबकि भारत ने (737) गेंदें खेली थीं.
342 रनों की बढ़त बनाने के बाद इंग्लैंड ने चौथे दिन टी ब्रेक में अपनी पारी घोषित की. यह मैच में कम से कम चार सेशन रहते किसी भी टीम द्वारा पारी घोषित करने पर बनाई गई पांचवीं सबसे कम बढ़त है.
इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने चौथी पारी में नौ विकेट निकाले. इससे पहले केवल एक बार किसी मेहमान टीम के तेज गेंदबाजों ने एशिया में टेस्ट मैच की चौथी पारी में उनसे अधिक विकेट निकाले हैं. 1983 के अहमदाबाद टेस्ट में वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों ने चौथी पारी में सभी 10 विकेट अपने नाम किए थे.